8वीं का छात्र घर से दोस्त के यहां निकला और उज्जैन पहुंच गया
उज्जैन। शुजालपुर में रहने वाला 8 वीं का छात्र घर पर दोस्त के यहां कॉपी लेने जाने का कहकर निकला और ट्रेन में बैठकर उज्जैन पहुंच गया। यात्री की सूचना पर आरपीएफ की टीम ने बालक को संदिग्ध हालत में देखा और थाने लाकर पूछताछ करने के बाद परिजनों को बुलाकर उनके सुपुर्द किया।
एएसआई कैलाशीलाल ने बताया कि भोपाल से उज्जैन आने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस के उज्जैन स्टेशन पर पहुंचने के बाद एक यात्री ने थाने आकर सूचना दी कि एक बालक कोच में अकेला बैठा है संभवत: वह घर से भागकर आया है। इस पर कैलाशीलाल अपनी टीम के साथ कोच में पहुंचे और बालक को ट्रेन से उतारकर थाने लाये।
यहां पूछताछ करने पर बालक ने अपना नाम पीयूष शर्मा पिता नरेन्द्र शर्मा 12 वर्ष निवासी कृष्ण नगर कालोनी शुजालपुर मंडी बताया। बालक ने अपनी मां का मोबाइल नंबर भी दिया जिससे उसके परिजनों को सूचना दी गई। सुबह बालक की मां व नाना उसे लेने आरपीएफ थाने पहुंचे।इसी प्रकार आरपीएफ की टीम ने ट्रेन में यात्रा के दौरान नरेश सोनगरा निवासी कुशलपुरा और मयूर निवासी त्रिमूर्ति टाकीज के पास को प्लेटफार्म नंबर 1 पर संदिग्ध हालत में पकड़ा और चाइल्ड हेल्पलाइन की मदद से परिजनों से सुपुर्द किया।
हर बार पूछने पर अलग-अलग कहानियां बता रहा बालक
पीयूष 8 वीं का छात्र है और शनिवार को 4 बजे दोस्त के यहां कॉपी लेने जाने का कहकर घर से निकला जो काफी देर तक नहीं लौटा। परिजन उसकी आसपास तलाश करने के बाद थाने में गुमशुदगी लिखाने पहुंचे। जब आरपीएफ से फोन आया तो वह उज्जैन के लिये रवाना हुए। पीयूष से परिजनों ने पूछा कि ट्रेन में बैठकर उज्जैन कैसे आ गया तो उसका कहना था कि कोई व्यक्ति पीछे से आया। उसने आंख व मुंह पर हाथ रखकर दबाया। जब होश आया तो ट्रेन में था। हालांकि पीयूष की तबियत बिगडऩे या बेहोश होने की पुष्टि आरपीएफ द्वारा नहीं की गई।