चुनाव में हार से नाराज महिला ने काटा अपना हाथ, डॉक्टरों ने 7 घंटे तक ऑपरेशन कर जोड़ा


चुनाव में हार से नाराज महिला ने काटा अपना हाथ, डॉक्टरों ने 7 घंटे तक ऑपरेशन कर जोड़ा







रायपुर। पंचायत चुनाव हारने पर आरंग की एक महिला प्रत्याशी ने खुद का हाथ काटकर अलग कर लिया। परिजन पीड़ित के साथ कटे हुए हाथ की हथेली पॉलीथिन में भरकर डीएकेएस अस्पताल पहुंचे। चिकित्सकों ने सफल इलाज कर महिला के हाथ को जोड़ दिया है। बता दें कि आरंग निवासी कमला साहू (45) पति विजेंद्र साहू ग्राम पंचायत चुनाव के लिए खड़ी हुई थी। वहीं चुनाव हारने की स्थिति में वह गुस्से से खुद के हाथ को धारदार हंसिए से काटकर अलग कर लिया। आठ फरवरी को हुई घटना के बाद परिजन गंभीर अवस्था में उसे लेकर डीकेएस अस्पताल पहुंचे। बाएं हाथ की हथेली पूरी तरह अलग, वहीं कटे हुए हाथ से भारी मात्रा में रक्त बह गए थे।

ब्लड प्रेशर कम और हिमोग्लोबीन भी आठ ग्राम से कम था। स्थिति को देखते हुए डीकेएस के चिकित्सकों ने तुरंत ऑपरेशन की तैयारी की। लगभग सात घंटे चली सर्जरी के बाद महिला के हाथ को चिकित्सकों द्वारा जोड़ दिया गया है। इस सफल सर्जरी को प्लास्टिक सर्जन डॉ. केएन ध्रुव, डॉ. बी दयाल, ऑर्थोसर्जन ए तिवारी, ऐनेस्थेसिया विभाग के डॉ. रूपेश की टीम का योगदान रहा।

ऐसे हुआ इलाज:-

डीकेएस के सर्जन डॉ. केएन ध्रुव और बी दयाल ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान सबसे पहले अलग कटी हथेली की सफाई की गई। इसके बाद बोन, ऑटरी, नर्व, टेंडन, व दो वेन्स को जोड़कर शल्यक्रिया की गई। लगभग सात घंटे तक सर्जरी हुई। वहीं अब महिला पूरी तरह से स्वस्थ है। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि यह सर्जरी प्रदेश के सबसे सफल सर्जरी में से एक है। जहां निजी अस्पताल में इस ऑपरेशन में खर्च डेढ़ लाख स्र्पये से अधिक आता। वहीं डीकेएस में आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज निशुल्क किया गया है।

अंग कटने की स्थिति में जरूरी उपाय:-

चिकित्सकों ने कहा कि शरीर के अंग कटकर अलग हो जाने की स्थिति में जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचना जरूरी है। वहीं अंग को धोकर बर्फ के पैकेट में लपेटकर अस्पताल लाएं। छह घंटे के भीतर सही इलाज मिला तो शरीर के कटे हुए अंग के जुड़ने की संभावना अधिक होती है।

महिला ने खुद के हाथ को काटकर अलग कर लिया था। परिजन के अस्पताल लाने पर तुरंत ही चिकित्सकों की टीम ने सर्जरी की और महिला का सफल इलाज किया गया है। अभी वह पूरी तरह स्वस्थ है। 

-डॉ. हेमंत शर्मा, सह अधीक्षक, डीकेएस रायपुर-