प्रतियोगी परीक्षा के नाम पर मचाई जा रही है लूट

प्रतियोगी परीक्षा के नाम पर मचाई जा रही है लूट



 सिवनी । वर्तमान समय में विद्यार्थियों को जगह-जगह कोचिंग के नाम पर लूटा जा रहा है। ऐसे ही कई मामले धीरे-धीरे प्रकाश में आ रहे हैं प्राप्त जानकारी के अनुसार बारापत्थर की एक प्रतिष्ठित कोचिंग अकैडमी पेसिफिक एकेडमी एवं ज्ञानधारा अकादमी के द्वारा विगत दिनों एक प्रतियोगी परीक्षा आयोजित की गई थी। सूत्रों के अनुसार लगभग 2000 छात्र-छात्राओं का इस प्रतियोगी परीक्षा में रजिस्ट्रेशन भी कराया गया था, रजिस्ट्रेशन का शुल्क प्रतियोगी परीक्षा हेतु 50 प्रति छात्र-छात्रा रखा गया था। इस हिसाब से लगभग 100000 एकत्रित किए गए थे, साथ ही साथ प्रथम द्वितीय तृतीय छात्र-छात्राओं को स्पॉन्सर के माध्यम से पुरस्कृत किया जाना था। ऐसा बताया जा रहा है कि प्रथम विजेता को मात्र 11,000, द्वितीय को 7000, एवं तृतीय को 5000 लगभग दिए गए हैं वह भी स्पॉन्सर के द्वारा। एकत्र की गई रकम का क्या उपयोग किया गया यह जानकारी में नहीं है ऐसा माना जाता है कि जिस मद के लिए रकम एकत्र की जाती है उसी में उसका खर्च किया जाना चाहिए। अत: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए एकत्र की गई रकम से छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत ही किया जाना था किंतु दोनों एकेडमी ने अपने नाम को बढ़ाने और अपने नाम का प्रचार करने में ज्यादा रकम खर्च कर दी ना कि पुरस्कार वितरण में। एक तो शासन के द्वारा कोई भी सरकारी नौकरियां नहीं निकाली जा रही जिसके लिए प्रतियोगी तैयारी कर रहे हैं ऊपर से ऐसी प्रतियोगी परीक्षाओं के झांसे में आकर लोग लूटने के अलावा और कोई काम नहीं कर रहे हैं। बड़े-बड़े कोचिंग संस्थान ऐसे ही छात्र छात्राओं को अपने मकडज़ाल में फंसाते चले जा रहे हैं, पर शासन का ध्यान इस ओर बिल्कुल भी नहीं है। क्या इन कोचिंग संस्थानों के पास पढ़ाने की उचित व्यवस्था है? क्या इनके शिक्षक इतने शिक्षित हैं कि यह शिक्षा दे पाए? क्या इनके पास फायर सेफ्टी नॉर्म्स उपलब्ध है? क्या यह उन सभी मानकों पर खरे उतरते हैं कि यह कोचिंग संस्थान चला सके? यह सभी विषय चिंतनीय है जिसकी चिंता अभिभावकों के साथ-साथ शासन को भी करनी चाहिए।