सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे मुस्लिम समुदाय को अकाल तख्त का समर्थन

सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे मुस्लिम समुदाय को अकाल तख्त का समर्थन





अमृतसर। नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे मुस्लिम समुदायों को एक और साथी मिल गया है। अकाल तख्त संस्था के प्रमुख ने उन्हें अपना समर्थन दिया है।



अकाल तख्त के प्रमुख ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने समुदाय को अपना समर्थन दिया। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक इसके लिए हरप्रीत सिंह से दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के प्रमुख जफरुल इस्लाम खान से अमृतसर में मुलाकात की।


हरप्रीत सिंह ने कहा कि अल्पसंख्यकों के अंदर डर और असुरक्षा का भाव है, जो कि देश के लिए अच्छा नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि सिख हमेशा अन्याय के खिलाफ और इसका शिकार बनने वालों के साथ खड़े रहेंगे।


तख्त के प्रमुख ने कहा कि उन्हें ऐसे ही समर्थन की मांग अन्य मुस्लिम समुदायों से भी मिली थी। उन्होंने खान से कहा कि वे हिंदू समुदायों से भी संपर्क करें और उनमें से भी कई सारे ऐसी ही असुरक्षा महसूस कर रहे हों, उनके साथ भी इस मुद्दे पर बातचीत करें। उन्होंने यह भी कहा कि देश में शांति बनाए रखने के लिए सभी एक प्लेटफॉर्म पर आएंगे, ऐसी उनको आशा है।


दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के प्रमुख जफरुल इस्लाम खान ने यह कहा कि सिख समुदाय के समर्थन ने उनमें (मुस्लिम समुदाय में) भारत को एक धर्म पर आधारित देश बनाने का प्रयास करने वालों के खिलाफ प्रयासों को लेकर आशा का संचार किया है।


सिख खुद एक ऐसे अल्पसंख्यक समुदाय का निर्माण करते हैं- जिस समुदाय के पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आने वाले लोगों को भारतीय नागरिकता के लिए एक आसान रास्ता दिया जाना है। हालांकि कई लोग डरे हुए हैं कि नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता पंजीकरण को साथ में लागू किया जाना पूरे देश की मुस्लिम आबादी के खिलाफ एक भेदभावपूर्ण प्रक्रिया होगी।