आपके स्वास्थ्य की चिंता में जो झाड़ू लगा रहे, वे दो माह से वेतन न मिलने से रोटी का मोहताज

ग्वालियर। पूरा देश कोरोना वायरस की चपेट मे हैं। इसके खतरे से निपटने नगर निगम को जो सफाई कर्मचारी व सुरक्षा गार्ड अपनी जान जोखिम में डालकर अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं, वे दो माह से खाने को मोहताज है। नगर निगम प्रशासन ने ठेकेदारों पर तो कृपा दिखाई और उनके पेमेंट कर लिए लेकिन करीब 3 हजार सफाई कर्मचारियों और सुरक्षा गार्डों को वेतन नहीं दिया। मंगलवार को जब कर्मचारियों ने हड़ताल की चेतावनी दी और नईदुनिया ने अब आला अधिकारियों से बात की तब नगर निगम के आला अफसर नींद से जागे और आनन-फानन में वेतन देने की योजना बनाई। देर शाम तक प्रत्येक कर्मचारी को पूरा वेतन देने के बजाय फिलहाल दो माह के 10 हजार रुपए देने का फैसला लिया। यह रकम भी 2-3 दिन बाद उनके खाते में पहुंचेगी।


 

तरह-तरह का बनाए बहाने


नगर निगम में 1860 कर्मचारी ठेके(आउटसोर्स) पर लगे हैं। उन्हें कलेक्टर दर से वेतन मिलता है। निगम में राज सिक्योरिटी एजेन्सी की सेवाएं हैं। एजेन्सी का अनुबंध खत्म हो गया है। नया ठेका होने तक उसे ही काम करने को कहा है, लेकिन अब तक 1860 कर्मचारियों का 2 माह से वेतन नहीं दिया। इसमें सफाई कर्मचारियों की संख्या ज्यादा है। इसी तरह निगम में विनियमित कर्मचारियों को भी दो माह से वेतन नहीं दिया। क्षेत्राधिकारियों ने उनकी हाजिरी सत्यापित नहीं की। कुछ नियमित कर्मचारियों का वेतन इन्कम टैक्स की रसीद न होने के बहाना बनाकर रोक रखा है। इस तरह कुल 2600 कर्मचारी है।


 

दुकानदारों ने उधार देना किया बंद


सफाई कर्मचारी किराना, दूध सहित रोजमर्रा की अन्य सामग्री उधार लेते हैं। दो माह से उन्होंने दुकानदारों को पैसा नहीं दिया है। अब कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन कर दिया तो दुकानदारों ने उधारी देना बंद कर दिया। इस कारण उन्हें खाने के लाले पड़ गए हैं। वे रोज सुबह झाड़ू लगा रहे हैं, सैनिटाइजेशन कर रहे हैं। वे विषय परिस्थिति में भी काम कर रहे हैं। मंगलवार को जब मीडिया के लोगों ने ऐसे कर्मचारियों की पीड़ा निगम अधिकारियों को बताई तो वे सक्रिय हुए और निगम प्रशासक के पास पहुंचे। प्रशासक ने सभी कर्मचारियों को पिछले माह की हाजिरी के आधार पर ही जनवरी-फरवरी का वेतन देने के निर्देश दिए। आउटसोर्स के कर्मचारियों को फिलहाल दो माह के 10-10 हजार रुपए दिए जा रहे हैं।


हमने करीब 2600 कर्मचारियों का वेतन देने के आदेश दे दिए हैं। उन्हें पिछले माह की हाजिरी के आधार पर ही वेतन दिया जा रहा है। कुछ कर्मचारियों का वेतन 1-2 दिन में उनके खाते में पहुंच जाएगा।


राजेश श्रीवास्तव, अपर आयुक्त ननि