ग्वालियर। कोरोना वायरस की वजह से शहर के आधे उपभोक्ताओं के पास बिजली के बिल नहीं पहुंचे हैं। बिल बांटने में हुई देरी की वजह से लोगों के खातों में आने वाली इंदिरा गृह ज्योति योजना की सब्सिडी छिन सकती है। यानी 150 यूनिट बिजली खपत करने वालों को 485 रुपये की चपत लग सकती है। क्योंकि मीटर रीडिंग के दिन बढ़ रहे हैं। 35 दिन से ज्यादा की खपत का बिल मिलने पर इस योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी शहर में 7 से 10 तारीख के बीच मीटर रीडिंग की साइकिल शुरू होती है। अगले 30 दिनों तक चलती है। फीडर के हिसाब से मीटर रीडर उपभोक्ता के घर रीडिंग लेने पहुंचता है। 17-18 मार्च के बीच जिन उपभोक्ताओं की मीटर रीडिंग की साइकिल की थी, उनके यहां रीडर पहुंचा है, उसके बाद कोराना वायरस का हवाला देते हुए रीडिंग का काम रोक दिया गया। उपभोक्ताओं के घर रीडर नहीं पहुंचे हैं। उन उपभोक्ताओं को ज्यादा चिंता हो रही है, जिनको इंदिरा गृह ज्योति योजना के तहत 485 रुपये की सब्सिडी मिलती थी। अगर मीटर में 35 दिन से ज्यादा की खपत दर्ज हो जाती है। वह इंदिरा गृह ज्योति योजना से बाहर हो जाएगा। उसे टैरिफ के हिसाब से बिल भरना होगा।
इंदिरा गृह ज्योति योजना का लाभ उन उपभोक्ताओं को मिलता है जिनके मीटर में 30 दिन की खपत 150 यूनिट होती है। टैरिफ के अनुसार 150 यूनिट का बिल 919 रुपए होता है। लेकिन सरकार 150 यूनिट खपत करने वाले को 485 रुपये सब्सिडी देती है। उपभोक्ता को 391 रुपये भरने पड़ते हैं।
100 यूनिट बिजली खपत करने वाले उपभोक्ता को 100 रुपये ही बिल जमा करना पड़ता है। 485 रुपये सरकार सब्सिडी देती है।
सरकार ने उपभोक्ताओं को राहत दी थी। अगर मीटर रीडिंग की साइकिल प्रभावित होती है। रीडिंग पहले या बाद में होती है तो दिन भी निर्धारित किए थे।
जैसे कि किसी उपभोक्ता की रीडिंग 28 दिन में हो गई तो उसे 140 यूनिट पर ही सब्सिडी मिलेगी। अगर किसी उपभोक्ता की रीडिंग 35 दिन में होती तो उसे 175 यूनिट की खपत पर लाभ मिलेगा। अगर 36 दिन की खपत 180 यूनिट हो जाती है तो उपभोक्ता योजना से बाहर हो जाएगा।
अधिकतर उपभोक्ताओं को इस महीने ही मिलना था लाभ
सर्दियों में लोगों के घरों की खपत घट गई थी, जिसकी वजह से करीब सवा लाख से अधिक घरेलू उपभोक्ता इंदिरा गृह ज्योति योजना का लाभ ले रहे थे। इस योजना का अधिकतर उपभोक्ताओं को मार्च की खपत में ही लाभ मिलना था। मार्च के अंत से पंखे चालू हो गए हैं। अप्रैल में कूलर चालू हो जाएंगे। खपत बढ़ने से उपभोक्ता इस योजना से बाहर हो जाएंगे, लेकिन रीडिंग लेट होन की वजह से योजना लाभ से लोग वंचित होने वाले हैं।
इंदिरा गृह ज्योति योजना की वजह से लोगों ने बड़ी राहत की सांस ली थी, क्योंकि छोटे परिवारों का बिल 90, 150 रुपये ही आ रहा था।
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए रीडिंग का काम रुका हुआ है। यह समस्या सभी जगह है। जिन उपभोक्ताओं की देर से रीडिंग होगी। उनकी सब्सिडी पर असर पड़ता है तो कंपनी स्तर पर फैसला लिया जाएगा।
जीके भरदया, मुख्य महाप्रबंधक ग्वालियर रीजन